
रायगढ़ पुलिस : लॉकडाउन में जिम्मेदारी के साथ जागरूकता भी* *लॉकडाउन को सफल बनाने और कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए हर मोर्चे पर डटे हैं हम : एसपी संतोष सिंह* *हर कॉल को हम गंभीरता से ले रहे हैं : निरीक्षक अभिनवकांत सिंह*
रायगढ़-/-जिले में साल का तीसरा लॉकडाउन चल रहा है और यह 16 मई तक चलेगा। लॉकडाउन का पालन कराने की महती जिम्मेदारी पुलिस के कंधों पर है। पुलिस हर चौक-चौराहे, और गांव-गली में तैनात है। लोगों को ज्यादा से ज्यादा घर में रहने की अपील की जा रही है ताकि संक्रमण को रोक जा सके|
ऐसे में पुलिस वाले इस कठिन परिस्थिति में भी अपनी ड्यूटी निभा रहे हैं। इन्हें जहां जिस पोस्ट या गाड़ी में जगह मिलती है वहीं वह खाना खाते हैं, भले चाहे धूप हो, धूल हो या फिर खड़े होकर खाना पड़े, लॉकडाउन में ऐसी जीवटत सिर्फ पुलिसवाले ही दिखा सकते हैं। रायगढ़ पुलिस की मुस्तैदी के कारण ज्यादातार गांव वालों ने अपने गांव के प्रवेश मार्ग को ही बंद कर दिया है और बाहरी लोगों के आने पर प्रतिबंध लगा दिया है। किसी भी प्रकार के आयोजन फिलवक्त स्थगित हैं और जो हो रहे हैं वह कानून और नियम के दायरे में हो रहे हैं।
पुलिस के पास कानून-व्यवस्था पालन कराने का काम तो है ही साथ ही स्वास्थ्य के प्रति लोगों को जागरूक करने, होम आइसोलेशन, क्वारंटाइन करने तक की जिम्मेदारी है। जो लोग मास्क नहीं पहने होते हैं उसे पुलिस वाले मास्क दे रहे हैं और जिसकी जैसे मदद हो सके वह कर रहे हैं।
गुरुवार को चक्रधरनगर थाना के स्टाफ, थाना प्रभारी निरीक्षक अभिनवकांत सिंह की अगुवाई में वृद्ध आश्रम गए। सभी ने वहां रह रहे बुजुर्गों का कुशलक्षेम पूछा, उन्हें मास्क दिया, सैनेटाइजर देकर उसे इस्तेमाल करने का तरीका बताया और काफी मात्रा में राशन सामग्री भी दी। प्रधान आरक्षक सतीश पाठक ने बुजुर्गों को हाथ धोने का सही तरीका समझाया। इसी तरह मूक बधिर व प्रमष्तिष्क पक्षाघात के बच्चों के आश्रम में थाना प्रभारी ने राशन, मास्क, सैनेटाइजर दिया। यहां प्रधान आरक्षक लोमेश सिंह राजपूत ने बच्चों को कोरोना संक्रमण के बारे में इशारों से समझाया और उन्हें बिस्किट के पैकेट और चॉकलेट दिया।
*हर मोर्चे पर डटी है रायगढ़ पुलिस : पुलिस अधीक्षक संतोष सिंह*
पुलिस अधीक्षक संतोष सिंह (आईपीएस) बताते हैं: “जिले के कंटेंमेंट जोन, बार्डर पोस्ट, जिले के अंदर के पेट्रोलिंग और फिक्स प्वाइंट इन चार जगहों पर पुलिस बल तैनात हो जो लॉकडाउन को सफल बनाए हुए है। जो लोग नाहक ही निकल रहे हैं उन पर कार्रवाई जारी रही है जिले में अब तक 45 लोगों पर एफआईआर दर्ज हुई है। इस बार थोड़ा सा डर है तो लोग कम ही निकल रहे हैं। लेकिन जिस अनुपात में एफआईआर हुई वह महत्वपूर्ण हैं। जो लोग नहीं मान रहे हैं उनको इन कार्रवाई करके हमने स्पष्ट संदेश दिया है। दूसरा लोगों की मदद के लिए पुलिस ने हेल्प डेस्क स्थापित किए हैं। बहुत सारे थाना प्रभारियों को अस्पताल में व्यवस्था देखने, मेडिकल आपातकाल में लोगों की मदद करने के लिए निर्देशित किया गया है। राशन संबंधित लोगों को समस्या न हो इसके लिए भी हमने अपने मातहतों को निर्देश दिया है। जिला पुलिस वर्तमान में लोगों के लिए हर मोर्च पर डटी है।“
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*सतत निगरानी की जा रही है : निरीक्षक अभिनवकांत सिंह*
निरीक्षक और चक्रधर नगर थाना प्रभारी अभिनवकांत सिंह बताते हैं: “ मेरे थानाक्षेत्र में 72 गांव आते हैं और सभी गांव वालों ने स्वस्फूर्त खुद से गांव को बंद कर लिया है। यहां बाहरी लोगों के आने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। 6 गांव को क्वारंटाइन सेंटर बनाया गया है। शहर में हमारे थानाक्षेत्र में 2 क्वारंटाइन सेंटर हैं। इन सभी जगहों की हमारे द्वारा नियमित रूप से मॉनिटरिंग होती रहती है। होम आइसोलेशन में रह रहे लोगों और उनके परिजनों को हमारे स्टाफ द्वारा समझाइश भी जाती है। हमारे पास आने वाली हर एक कॉल को हम गंभीरता से ले रहे हैं ताकि सही समय पर लोगों की इस विपदा की घड़ी में मदद की जा सके।‘’
पुलिस अधीक्षक महोदय के निर्देश पर आज चक्रधर नगर थाना परिवार ने वृद्ध आश्रम, अनाथालाय और जरूरतमंद बच्चों के आशियानों में सेनेटाइजर, मास्क और राशन वितरित किया गया। बच्चों को उनके पसंद का बिस्किट और चॉकलेट भी दिया यह सब पाकर सभी काफी खुश थे, उन्होंने बताया।