अरे ये क्या ….? प्रशासनिक अधिकारी से ही मांगने लगे भीख और फ़िर चाबी ही छोड़ आए दफ्तर में ……..फिर सांसद गोमती साय ने ये कहा …..इतना ही नहीं … ….स्थानीय ट्रेलर मालिकों ने किया ऐसा काम … पढ़े पूरी खबर
उद्योगों की हठ धर्मिता का खामियाजा भुगत रहे स्थानीय ट्रेलर मालिक संघ अब आर पार की लड़ाई
रायगढ़ । स्थानीय उद्योगों में माल परिवहन करने वाले स्थानीय ट्रेलर डम्फर मालिक संघ के द्वारा आज धरना स्थल से रैली निकाल कर कलेक्ट्रेट पहुंचे। इस दौरान संघ द्वारा अपनी माली हालत खराब बताते हुए भीख भी मांगा।
कलेक्ट्रेट पहुंच मुख्य द्वार के सामने बैठकर प्रदर्शन किया जहां प्रशासन की ओर से डिप्टी कलेक्टर प्रमोद गुप्ता द्वारा ज्ञापन लिया। स्थानीय ट्रेलर मालिक संघ द्वारा ज्ञापन की कॉपी के साथ वाहनों की चाबी भी दिया जाने लगा तब अधिकारी ने अपने हाथ खड़े कर दिए। अधिकारी ने ट्रेलर मालिको के इस तरह वाहनों की चाबी सौंपे जाने के बारे में सोचा नही था किंतु ट्रेलर मालिक संघ द्वारा यह कहा गया कि जब हम गाड़ी ही नही चला सकते तो चाबी क्या करेंगे और न ही हम टेक्स जमा कर सकते ऐसी स्थिति में प्रशासन उनकी गाड़ियों की चाबी रख ले और संघ द्वारा डब्बा आगे कर उनसे भीख मांगने लगे। पर अधिकारी के द्वारा चाबी लेने से साफ इंकार कर दिया और परिवहन अधिकारी के दायरे में आने का हवाला देकर सिर्फ ज्ञापन की कॉपी लेकर कहा आपकी मांग को उच्च अधिकारी व शासन स्तर को अवगत करा दिया जाएगा।
इसके बाद आंदोलनकारी स्थानीय ट्रेलर मालिक संघ द्वारा कलेक्ट्रेट से परिवहन विभाग पहुंचे। जहां परिवहन अधिकारी के न रहने पर दफ्तर में ही वाहनों की चाबियों का थैला छोड़ आये।
खास बात ये है कि कुछ ट्रेलर मालिक नंगे बदन भी नजर ये उनके विरोध का एक तरीका था कुछ बदन में हम ट्रेलर मालिक का पोस्टर पहन रखे थे। जिनका गुस्सा साफ नजर आ रहा था।
ट्रेलर मालिक संघ इसके बाद सीधे सांसद गोमती साय के निवास पहुंचे और उनसे मुलाकात कर उनसे अपनी पीड़ा सुनाया। सासंद ने उन्हें आश्वस्त कराया कि वे इस मामले में अपनी ओर से पूरा प्रयास करने का भरोषा दिलाया।
दरअसल ट्रेलर मालिक संघ द्वारा उद्योगों द्वारा उनकी उपेक्षा किये जाने से परेशान हैं। उन्हें भाड़े के रूप इतनी भी नही दी जा रही है जितने में वे वाहनों की किश्त टेक्स मेंटेनेंस कर्मचारियों के वेतन इसके साथ खुद के परिवार का लालन पालन कर सकें। लगातार नुकसान में जाने से ट्रेलर मालिक संघ में जबरदस्त आक्रोश फुट पड़ा है । कई वाहन मालिकों द्वारा तो अपनी गाड़ी को लंबे समय से अपनी गाड़ी खड़ी कर रखी है। उद्योग प्रंबधन की मनमानी व उपेक्षा पूर्ण रवैया से अब आर पार की लड़ाई के मूड में हैं।