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कोरयागड़ के प्राचीन इतिहास को जानने 4 घण्टे पैदल पहाड़ो पर चढ़े सर्व आदिवासी समाज के लोग…

अनूप बड़ेरिया

रविवार को बैकुंठपुर और खड़गवां ब्लॉक के आदिवासी समाज के प्रमुख जनों के साथ कोरयागड़ की प्राचीन सभ्यता व इतिहास को जानने के लिए सर्व आदिवासी समाज का एक प्रबुद्ध वर्ग काफी मस्ककत के बाद लगातार 4 घंटे तय करते हुए, 3 किलोमीटर की दूरी तय करने के बाद आना-जाना करके पूरे 8 घंटे का सफर तय किया गया। समाज के लोग कोरयागड़ पहाड़ पहुंच वहां देवी,देवताओं का दर्शन प्राप्त कर, पूजा अर्चना की गई। सर्व आदिवासी समाज के  लोगों ने राजाओं के समय का तालाब, कुआं, मंदिर ,गुफा और शिलालेख भी देखे। उल्लेखनीय है कि कोरिया जिले के विभाजन के पश्चात खड़गवां ब्लॉक को कोरिया में यथावत रखने के लिए हर संभव प्रयास किया जा रहा हैं। कोरयागड़ जिसे पूर्वजों ने अपनी हाथो से कोड़ कोड़ कर बना अपने देवी देवताओं को वहां पर स्थापित किया था। कोरिया एवं कोरयागढ़ के इतिहास पर आज एक स्टोरी बनाई गई है। जिसका बहुत जल्द पूरे भारत देश में इस स्टोरी को जाना जाएगा।


इस दौरान जनपद पंचायत अध्यक्षष श्रीमती सौभाग्यवती सिंह, मेवालाल नेटी,पूर्व जनपद अध्यक्ष सर्यप्रताप सिंह नेताम, RI चंद्रिका पैकरा, विजय सिंह ठाकुर, राजेश तराम बस्तारिहा,सरपंच संघ के अध्यक्ष उदय सिंह, गायत्री सिंह पटना सरपंच ,रामपुर सरपंच तुलेश्वर सिंह ,उरुम्मदुग्गा सरपंच, शिवमंगल जी, भूपसाय मरकाम, प्रमोद सिंह, ओमप्रकाश अंबका से बाल्मीकि पैकरा, परास पैकरा, प्रताप सिंह उर्केरा पोड़ी महेंद्र सिंह पोया, विक्रान्त पैकरा, अभिषेक पैकरा, विनोद पैकरा, जयलाल सिंह, रामदुलार उइके, लक्ष्मी, पूर्व सरपंच दिग्गी बनस सिंह, गुड्डू तमजिरा, महंत मरकाम, विवेक सिंह चिरमी उपसरपंच, राजेन्द्र मराबी संगीता पैकरा, आरती सिंह पवले, चमेली जी के साथ भारी संख्या में लोग एकत्रित हुए।

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