बड़ी विडंबना:: लगभग 8 लाख की जनसंख्या वाले कोरिया में एक भी वेंटिलेटर नही-संजय अग्रवाल… आपातकालीन स्थिति में मरीज को बाहर रेफर करना पड़ता है…राज्य बनने के 22 साल बाद भी मयस्सर नही…
भाजपा नेता व श्रीराम सेना प्रमुख संजय अग्रवाल ने कहा है कि इन दिनों कोरिया सहित पूरा भारत भी कोविड-19 कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने के लिए एहतियात बरत रहा है। इन देशों में इससे प्रभावित पॉजिटिव गम्भीर मरीजो को वेंटिलेटर पर रखा जाता है।
संजय अग्रवाल ने कहा कि यह बड़ी विडंबना है कि छग राज्य बने लगभग 22 साल होने जा रहे हैं लेकिन लगभग 8 लाख की आबादी वाले कोरिया जिले के डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में अभी तक वेंटिलेटर सुविधा युक्त आईसीयू नही है। उन्होंने कहा कि यह भी सच है कि जिला चिकित्सालय में पहले से बेहतर सुविधाएं मरीजो को मिल रही हैं। लेकिन अत्यंत गम्भीरवस्था में आपातकालीन परिस्थिति से निपटने के लिए यह पर्याप्त नही है। जिससे इस तरह के मरीजों को बाहर रेफर करना पड़ता है। जिससे उनका धन बड़ी मात्रा में व्यय भी होता है। उन्होंने कहा कि यह गम्भीर विषय है इस पर जिला प्रशासन के साथ सभी जनप्रतिनिधियों को भी पहल करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि इसी प्रकार डायलिसिस, सिटी स्कैन, बर्न यूनिट भी प्राथमिकता के आधार पर आरंभ होनी चाहिए।
क्या है वेंटिलेशन मशीन
मैकेनिकल वेंटिलेशन एक जीवन समर्थन (लाइफ सपोर्ट) उपचार है। जब लोग खुद सांस लेने में असमर्थ होते हैं, तब ये मशीन सांस लेने में मदद करती है । किसी मरीज की चिकित्सकीय स्थिति के आधार पर उसे वेंटिलेटर पर रखा जाता है। ये मशीन थोड़े समय या लंबे समय तक सांस नियंत्रित कर सकती है।इस स्थिति में यांत्रिक वेंटिलेशन के साथ मरीज के मुंह (एंडोट्रैचियल ट्यूब) या गर्दन (एक ट्रेकियोस्टोमी ट्यूब) में एक ट्यूब के माध्यम से वेंटिलेटर को जोड़ा जाता है।सेप्सिस, निमोनिया और हृदय रोग सहित विभिन्न स्थितियों के लिए यांत्रिक वेंटिलेशन की आवश्यकता हो सकती है।