कोरिया जिला को ग्रीन जोन में रखना जल्दबाजी-संजय अग्रवाल…
जहां देश के साथ-साथ पूरा विश्व कोरोना नामक महामारी से जूझ रहा है,वही हमारा छत्तीसगढ़ भी इस महामारी से अछूता नहीं है। छत्तीसगढ़ में भी कोरोनावायरस के कई मामले सामने आ चुके हैं। हालांकि अभी तक राहत की बात यह है कि अभी तक छत्तीसगढ़ में इस महामारी से एक भी मृत्यु नहीं हुई है।
विगत दिवस छत्तीसगढ़ शासन द्वारा छत्तीसगढ़ के जिलों को रेड ग्रीन और ऑरेंज जोन में बांटा गया है। कोरोना हॉटस्पॉट वाले कटघोरा क्षेत्र कोरबा जिले को रेड जोन में रखा गया है।
कटघोरा में नित नए कोरोना वायरस के मामले सामने आ रहे हैं।
चूंकि कटघोरा की सीमा कोरिया जिले से सीधे तौर पर लगी हुई है, तथा बहुतेरे गांव ऐसे हैं जो सीधे-सीधे कटघोरा को कोरिया से जोड़ते हैं। और कटघोरा-कोरिया मार्ग कोरिया के व्यापारिक वस्तुओं के आवागमन का प्रमुख जरिया है,जिस से होते हुए न जाने कितनी आपूर्ति कोरिया जिले में कटघोरा हॉटस्पॉट के पकड़ में आने के पूर्व ही हो चुकी है।
प्रशासन ने कटघोरा से कोरिया आने जाने वाले लगभग सभी रास्तों पर नाकाबंदी की है, और सख्त पहरा बैठाया है। परंतु जंगली रास्ते, पगडंडी तथा और भी ऐसे मार्ग हैं जहां शासन के सतर्कता के बावजूद अभी भी लोग चोरी-छिपे आना-जाना कर रहे हैं,या कर सकते हैं। इस हिसाब से कोरिया को ग्रीन सेफ जोन में रखा जाना जल्दबाजी होगी और शासन प्रशासन को अतिरिक्त सतर्कता बरतने की आवश्यकता है।