विधायक के बयान के बाद भाजपा नेता संजय अग्रवाल ने खोला मोर्चा..जताई कड़ी आपत्ति..
दिसम्बर की गुलाबी ठंड में एकबार फिर कोरिया जिले की राजनीति गर्मा गयी है।
दरअसल रविवार को पीजी कॉलेज बैकुंठपुर में राजा रामानुज प्रताप सिंहदेव की प्रतिमा के अनावरण अवसर पर अपने उद्बोधन में शहर विधायक श्रीमती अम्बिका सिंहदेव ने कोरिया रियासत की पुरानी जानकारी देते हुए कहा था कि रियासत काल मे भारत के स्वतंत्र के बाद जब कोरिया स्टेट मर्ज नही हुआ था, तब वह एक अलग स्टेट था। उसका अपना अलग एक झंडा हुआ करता था। तब अलग से तिरंगा झंडा फहराने पर कुछ सजा दी जाती थी।
पीजी कॉलेज के उनके इस उदबोधन पर भाजपा नेता संजय अग्रवाल ने कड़ी आपत्ति जाहिर करते हुए कहा कि विधायक के इस बयान से साफ है कि कोरिया रियासत के भारत की आजादी में कोई योगदान नही रहा बल्कि वह अंग्रेजों के समर्थक रहें हैं। भारत की आज़ादी की लड़ाई 1857 से शुरू हुई जो 90 साल चलने के बाद भारत 1947 में आज़ाद हुआ, क्या यह कोरिया रियासत को नहीं पता था कि आज़ादी की लड़ाई जिस भारत के लिए लड़ी जा रही है उसका झंडा तिरंगा है, या फिर कोरिया रियासत ब्रिटिश हुकूमत के समर्थक के रूप में काम कर रहा था। बाज़ार पारा निवासी बाबूलाल गुप्ता को सिर्फ़ इसलिए कोड़े पड़वाए क्योंकि उसने तिरंगा लहराया था, इसमें ना जाने कितने कोल, आदिवासी के साथ लाखों लोगों ने पूरे देश में अपने प्राणों की आहुति दी थी, उस समय के इस कृत्य को आज सही ठहराया जाना एक सामंतवादी विचार धारा का दुःखद बयान है। संजय अग्रवाल ने कहा कि पार्टी फोरम में इस बात को रख मामले को आगे ले जाया जाएगा।